Mahadevi Verma Shramik Pustak Kraya Dhan Yojana
महादेवी वर्मा श्रमिक पुस्तक क्रय धन योजना (MVSPKDPY)
महादेवी वर्मा श्रमिक पुस्तक क्रय धन योजना (MVSPKDPY) 2022 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य निर्माण श्रमिकों की बेटियों को सशक्त बनाना है। इस योजना को उन वित्तीय चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जिनका सामना इन परिवारों को करना पड़ता है। यह योजना उच्च शिक्षा के लिए पुस्तकों की खरीद में सहायता प्रदान करने के लिए एक बार की अनुदान राशि प्रदान करती है।
लाभ
- वित्तीय सहायता: ₹7,500/- एकमुश्त प्रति उम्मीदवार (पोस्टग्रेजुएट उम्मीदवारों के लिए)।
योग्यता मानदंड
- श्रमिक का कार्यस्थल दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान अधिनियम, 1962 या कारखाना अधिनियम, 1948 के तहत उत्तर प्रदेश में पंजीकृत होना चाहिए।
- श्रमिक का मासिक वेतन (बुनियादी वेतन + महंगाई भत्ता) ₹15,000/- से अधिक नहीं होना चाहिए।
- श्रमिक को प्रतिष्ठान/फैक्ट्री में कम से कम छह महीने की निरंतर सेवा पूरी करनी चाहिए और आवेदन के समय सेवा में होना चाहिए।
- योजना का लाभ केवल श्रमिक की दो बेटियों को मिलेगा।
- यदि श्रमिक स्वयं एक महिला है, तो वह लाभ के लिए पात्र होगी।
- यदि दोनों माता-पिता फैक्ट्रियों/प्रतिष्ठानों में काम कर रहे हैं, तो केवल एक ही इस सहायता के लिए पात्र होगा।
आवश्यक दस्तावेज़
- योजना से संबंधित ऑनलाइन भरे गए आवेदन पत्र की सत्यापित कॉपी।
- लाभार्थी के बैंक पासबुक की पठनीय स्व-प्रमाणित कॉपी (IFS कोड के साथ)।
- राशन कार्ड, परिवार रजिस्टर या अन्य सरकारी रिकॉर्ड की पठनीय कॉपी जो आश्रित के साथ संबंध की पुष्टि करता हो।
- लाभार्थी के पिता और माँ के आधार कार्ड की पठनीय सत्यापित कॉपी।
- जिस पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया गया है, उसकी फीस रसीद की सत्यापित कॉपी।
यह योजना निर्माण श्रमिकों की बेटियों को उच्च शिक्षा में मदद करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे अपने शैक्षणिक लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।